November 22, 2024

एरवाल नृत्य

हरीश भट्ट माथे पे बिंदिया, आंखों में काजल, कानों में कुंडल, गले में मंगल सूत्र (गुलाबंद), नाखूनों में नेल पालिश,...

‘शिलातीर्थ’- गढ़वाल हिमालय पर यात्रा-लेखन की श्रेष्ठ पुस्तक

डॉ. अरुण कुकसाल घुमक्कड़ी विधा की अनुपम कृति ‘शिलातीर्थ’ में लेखक प्रो. चितरंजन दास मानते हैं कि आदमी में कर्मठता...