अपनी धरोहर-अपना परिवेश
सोमवारी लाल सकलानी ‘निशांत’ प्रस्तुत जिन खंडहरों की बात मै आज कर रहा हूं, कई बार अपनी पोस्टों, लेख और...
सोमवारी लाल सकलानी ‘निशांत’ प्रस्तुत जिन खंडहरों की बात मै आज कर रहा हूं, कई बार अपनी पोस्टों, लेख और...
एम. पी. एस. बिष्ट प्रिय मित्रों आज मैं अपनी देव भूमि के एक और महत्वपूर्ण प्रयाग कि विशेषताओं से आपको...
सोमवारी लाल सकलानी ‘निशांत’ इक्यावन वर्षों से कर रहे हैं सरोला (रसोया) का कार्य। गर्मी हो या बरसात, सीत या...
डॉ. एम. पी.एस. बिष्ट दोस्तों जब भी मैं देवप्रयाग से गुजरता था तो भू विज्ञान के छात्र होने नाते मन...
सोमवारी लाल सकलानी निशांत टिहरी रियासत कालीन युग में टिहरी नरेश ने अपनी सुविधानुसार अनेकों स्थानों पर अपनी कोठियां और...
अरुण कुकसाल यह किताब उस समाज को समर्पित है जो जंगलों के मायने समझता है। ‘‘यह समाज जानता है कि...
बीना बेंजवाल सुनहरी दाढ़ी में दमकता मुखमण्डल। आत्मा के उजास से दीप्त आँखें। कंधे पर लटकता एक थैला। कला जगत...
अरुण कुकसाल और, उसके बाद उन्होने जीवन में अंग्रेजी में बात नहीं की, ‘‘जीवन तो मुठ्ठी में बंद रेत की...
डा. अरुण कुकसाल दुनिया ने माना हमने भुलाया, पंडित नैन सिंह रावत (21 अक्टूबर, 1830-1 फरवरी, 1895). 19 वीं सदी...
ब्यूरो एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री नन्द लाल शर्मा ने उत्तराखंड में जल विद्युत परियोजनाओं के क्षेत्र में...
सोमवारी लाल सकलानी ‘निशांत’ महान पुरुष कारखानों में उत्पन्न नहीं होते हैं। वे बांज के वृक्षों के समान स्वत:स्फूर्त पैदा...
सोमवारी लाल सकलानी ‘निशांत’ यूं तो मां सती के पावन स्थल सुर कुट पर्व (सुरकंडा) के बारे में शायद ही...
देव राघवेन्द्र बद्री जिस पवित्र ताल पर श्री कृष्ण भगवान ने की दो बार तपस्या और गए यहां से मानसरोवर...
ग्राउंड जीरो से संजय चौहान चिपको आन्दोलन ने पेड़ों और जंगलों की उपयोगिता का अहसास दिलाया। पिताजी और दादाजी भी...
अरुण कुकसाल स्मृति-कथाओं के जीवंत शब्द-चित्र, ‘जिस मकान पर आपके बेटे ने ही सही, बडे़ फख्र से ‘बंसीधर पाठक ‘जिज्ञासु’...
चद्रंशेखर तिवारी सांस्कृतिक परम्परा की दृष्टि से उत्तराखण्ड एक समृद्ध राज्य है। समय-समय पर यहां के कई इलाकों में अनेक...
सोमवारी लाल सकलानी ‘निशांत’ पुराण प्रसिद्ध मां सुरकंडाश्वरी का मंदिर आदिकाल से शीर्ष सकलाना चोंटी पर स्थापित है। मान्यताओं के...
दिनेश शास्त्रीकान थक गए थे, तब से जब से उत्तराखण्ड ढोल संस्थान की स्थापना की बात सुन रहे थे। संस्कृति...
प्रस्तुति - रामचन्द्र नौटियाल बात 1935 की है, रियासत टिहरी पर महाराजा नरेन्द्रशाह का शासन था। रियासत भर में महाराजा...
सोमवारी लाल सकलानी ‘ निशांत’ सकलाना मुआफीदारी का अंत हो जाने के बाद, तत्कालीन सीनियर मुआफीदार श्री राजीव नयन सकलानी...
डॉ. अरुण कुकसाल घुमक्कड़ी और घुमक्कड़ी लेखन पर महत्वपूर्ण मार्गदर्शी किताब. बहुआयामी और बहुपरती प्रतिभा के धनी महापंडित राहुल सांकृत्यायन...