बाबा केदार की झांकी – गणतंत्र दिवस २०२१
ब्यूरो बाबा केदारनाथ की झांकी आकर्षण का केंद्र रही, इस बार के गणतंत्र दिवस पर, झांकी को रास्ट्रीय स्तर पर...
ब्यूरो बाबा केदारनाथ की झांकी आकर्षण का केंद्र रही, इस बार के गणतंत्र दिवस पर, झांकी को रास्ट्रीय स्तर पर...
वीरेन्द्र कुमार पैन्यूली राज्य बनने के समय से ही शुरू हुई उत्तराखंड में आम जनप्रतिनिधियो व कई बार मंत्रीगणो की...
ब्यूरो रूद्रप्रयाग। अगस्त्यमुनि विकासखंड के कमेड़ा गांव निवासी अखिलेश सिंह राणा भारतीय सेना में अधिकारी बन गए हैं। (more…)
नरेन्द्र कठैत कागज के बिंदू से भूगोल के सिंधू तक का महायात्री! गंगा से जुड़े हरेक पत्थर की अपनी अलग-अलग...
ब्यूरो मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में फिल्म निर्माता एवं निर्देशक श्री विशाल भारद्वाज...
विजय भट्ट माउंट ऐवरेस्ट इस धरती का सबसे उंचा पर्वत शिखर है। इसका पुराना नाम सागरमाथा है। (more…)
ब्यूरो भारत नेट फेज-2 की स्वीकृति से राज्य में नई दूरसंचार क्रांति: मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड में भारतनेट फेज 2 को...
डॉ सुनील नौटियाल पर्यावरण आज के वैज्ञानिक युग में एक सामान्य सा कहा जाने वाला शब्द है जिसे हर कोई...
विजय भट्ट दून घाटी का प्राकृतिक सौन्दर्य सबका मन मोह लेता है। घाटी के उत्तर में मसूरी धनोल्टी कद्दूखाल काणाताल...
भरत पटवाल भारत प्राचीन काल से ही बहुधर्मी, बहुजातियों, उपजातियों, बहुभाषियों, सामाजिक समूहों,जनजातियों की समृद परम्परा वाला देश रहा है। ...
Dr. Sunil Nautiyal My ecological expedition to Kalapani - Lipulekh - Limpiyadhura, Om Parvat, Adi-Kailash in 2003, posting some...
के. विक्रम राव मीडिया और कोरोना पर एक वैश्विक वेबिनार (विचार-यज्ञ) अयोध्या-स्थित लोहिया विश्वविद्यालय ने आयोजित (7 मई) किया था|...
जयप्रकाश पंवार 'जेपी' किसी दौर में घुमंतू पशुचारक गुज्जर अफगानिस्तान व गुजरांवाला पाकिस्तान से होते हुए पहले कश्मीर व बाद...
जयप्रकाश पंवार 'जेपी' हिंदी साहित्य के विकास में प्रयोगधर्मी लेखकों ने जो योगदान दिया है, वह खासकर लेखकों की नजर...
मनमीत क्या कोई ऐसी सभ्यता हो सकती है, जिसके बच्चों, जवान, बूढ़ों और औरतों को इंसान मानने से ही इंकार...
जयप्रकाश पंवार 'जेपी' पूरी दुनियाँ में कोरोना की दहशत से लोगों में जहाँ हाहाकार मचा हुआ है, वहीं संक्रमण और...
वीरेन्द्र कुमार पैन्यूलीउत्तराखंड आन्दोलन के सपनों को भी आघात पहुंचा है - जहरीली शराब त्रासदी के परिपेक्ष में उत्तराखण्डियों की...
डॉ0 नन्द किशोर हटवाल क्या आपने ये किस्सा सुना है कि एक शादी में लड़की वालों ने लड़के वालों के...
वीरेन्द्र कुमार पैन्यूली उत्तराखंड में मलिन बस्ती अतिक्रमणों के लिए कोई नीति भी है कि या केवल राजनीति ही है।...
अरुण कुकसाल 6 सितम्बर, 1932 पौड़ी क्रान्ति के नायक- जयानन्द ‘भारतीय’ ‘गो-बैक मेलकम हैली’ ‘भारत माता की जय’ (more…)
ब्यूरोउत्तराखण्ड फिल्म शूटिंग के बेस्ट डेस्टीनेशन के रूप में उभर कर आ रहा है। तमाम फिल्म प्रोडक्शन हाउस, फिल्मों की...