लोक गीतों की मेरी यात्रा
संतोष खेतवाल
आज बहुत दिनों बाद मुझे घर में रखी मेरी कुछ बहुत पुरानी गढ़वाली ऑडियो कैसेटस मिली, सोचा इन्हें आप लोगों के साथ शेयर करूं। इसमें मेरी सबसे पहली ऑडियो कैसेट जो सन 1985 में सोनोटोन कम्पनी दिल्ली से ”रुपया रुपया हाय रुपया” नाम से रिलीज हुयी थी। इसमें मेरे साथ गायिका के रूप में विजयलक्ष्मी बछवाण जी ने गाया था, उस समय इस कैसेट को लोगों ने बहुत पसन्द किया था इसमें संगीत चरणजीत आहूजा जी ने दिया था, गीत मैंने तथा सुवेद प्रकाश जी और सतेश्वर प्रसाद जी ने लिखे थे। फिर दूसरी ऑडियो कैसेट भी इसी कम्पनी से ”ज़रसी ज़रसी” नाम से सन 1986 में रिलीज हुई थी, इसमें मेरे साथ गायिका के रूप में सुनीता बिलवाल जी ने गया था, संगीत चरणजीत आहूजा जी ने दिया था. इस कैसेट में सभी गीत मैंने लिखे थे, इस कैसेट को भी लोगों ने बहुत पसन्द किया था।
फिर अगली कैसेट मेरी ”सुपन्याली बांद” सरस्वती कम्पनी दिल्ली से सन 1987 में रिलीज हुई थी, इसमें गीत अविनाश जी और सूरबीर सिंह खेतवाल जी ने लिखे थे। इस कैसेट मे मैने और रेखा धसमाना जी ने गाया था। इस कैसेट को लोगो के द्वारा बहुत पसन्द किया गया था, फिर कुछ समय बाद सन 1995 में मैंने ”प्यारी छुमा” फिल्म के लिए स्वर्गीय चरण सिंह चौहान जिन्होंने घरजवे और कौथिक फिल्म बनायी थी, उन्होंने मुझे अपनी इस फिल्म के लिए संगीत निर्देशक का दायित्व दिया, जिसे मैंने अपनी बहुत मेहनत व निष्ठा से निभाया था, इसमें मैं इस रूप मे अनलकी रहा कि फिल्म के निर्देशक चरण सिंह चौहान जी की एक गाड़ी एक्सीडेंट में मृत्यु होने के कारण यह फिल्म नहीं बन पाई और मेरी इन गीतों पर की गई मेहनत लोगों तक फिल्म के पर्दे पर नहीं पहुंच पायी। फिल्म ”प्यारी छुमा” के सभी गीत बहुत हिट थे इन गीतों में ”तेरू बाकीबात रूप” और ”डिबली बकम बम” गीत बहुत ही ज्यादा हिट हुये थे।
इस फिल्म के गीत गणेश वीरान जी और मैंने लिखे थे, फिल्म के गीतों का बहुत सुन्दर संगीत संचालन वीरेंद्र नेगी जी ने किया था, इस फिल्म के गीतों को मैंने व वीरेंद्र नेगी जी तथा फीमेल में अनुराधा निराला व मीना राणा जी ने गाया था इस फिल्म के गीतों का ऑडियो सरस्वती कम्पनी दिल्ली से रिलीज हुआ था। फिर सन 1997 में श्री राजेन्द्र चौहान जी के संगीत में नीलम कम्पनी दिल्ली से मेरा ”जिकुडी” कैसेट रिलीज हुआ था, इस कैसेट में गीत मैंने व गणेश वीरान जी के लिखे थे, इसमें गायिका अनुराधा निराला और कल्पना चौहान जी थी, इस कैसेट के गीत भी बहुत हिट हुये थे. इसके बाद नीलम कम्पनी में ही राजेन्द्र चौहान जी ने मेरा एक और गढ़वाली कैसेट ”परदेश मा” रिकॉर्डिंग किया। इस कैसेट में मेरे साथ गायिका कल्पना चौहान जी थी यह कैसेट भी बहुत हिट हुआ था। इस कैसेट एक गीत ”मैं न जान्या नेपाल” बहुत हिट हुआ था।
संतोष खेतवाल जी प्रसिद्ध लोकगायक हैं