November 24, 2024



मैती ग्राम गंगा अभियान

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कल्याण सिंह रावत 


मैती ग्राम गंगा अभियान के तहत अपर जिलाधिकारी उधम सिंह नगर श्री प्रताप सिंह जी ने अपने गाँव के लिए प्रतिदिन एक रुपया गुल्लक मैं जमा किया था कभी कभी उनकी पत्नी तथा बच्चों ने भी उसमें पैसे डाले।


गुल्लक भर जाने पर वे गुल्लक को अपने गाँव ग्वालदम ले गए तथा गाँव में गठित मैती ग्राम गंगा समिति के सामने गुल्लक खोल कर उसमे जमा पैसे समिति को दान दिए। गुल्लक में 1750 रूपये एक साल में जमा थे उन्होंने 250 रूपये और मिलाकर 2000 रूपये समिति को दिए। समिति ने मैती ग्राम गंगा के नाम पर एक खाता खोला है इसमें ये पैसे जमा किये गए। समिति के अध्य्क्ष श्रीमति राखी शाह ने बताया की वे जुलाई में इनके परिवार के नाम पर एक फलदार पेड़ खरीद कर लगायेंगे। उसकी सूरक्षा की ब्यवस्था की जाएगी तथा एक विलेज इको क्लब के बच्चे को इस पेड़ की देख भाल की जिम्मेदारी दी जाएगी। इस एवज में बच्चे को 100 रूपये पारितोषिक भी दिए जायेंगे। बाकी बचे धनराशी का उपयोग गाँव की सफाई, स्वास्थ्य तथा शिक्षा के उन्नयन में खर्च किये जायेंगे। इस कार्य से प्रेरित होकर गाँव के 26 लोग जो बाहर रहते हैं उन्होंने भी संकल्प लिया की वे भी इस अभियान से जुड़ कर गाँव की सेवा करेंगे। बहुत बहुत धन्यबाद इन लोगों को।


इस अवसर पर सचिब नीमा गाड़िया, कोशाध्य्क्ष ममता शाह, भूमिका, नेहा, काजल, अनीता सहित सयोंजक श्री खिलाप शाह, खडक सिंह शाह, भूपेन्द्र, आलम सिंह शाह, यशपाल शाह, बलवंत सिंह, हरेन्द्र, महाबीर गाड़िया उपस्थित थे। क्या बात है अपना हाथ जग्गनाथ। गाँव के लोग जुडेंगे अपने गाँव को बचाने के लिए। गाँव हमारे है और हम गाँव के हैं। अपने गाँव को बचाने की जिम्मेदारी हमारी है। आपके गाँव से आप के गाँव के लोग ही नहीं जुडेंगे बल्कि वे हजारो लोखों लोग जिनकी आस्था देव भूमि से है, जिनकी आस्था हिमालय और गंगा से है वे भी आपके गाँव को गोद लेकर अपने परिवार का एक पेड़ हिमालय में लगाने का सौभाग्य प्राप्त करेगे। यह पेड़ उनके पितरों को स्वर्ग में स्थान देगा साथ ही इन्हें गंगा के वास्तविक कुम्भ स्नान का पुन्य मिलेगा और हिमालय का आश्रीबाद मिलेगा। इस अभियान से आपके गाँव को प्रति वर्ष लाखो करोडो की धन राशी मिलेगी तब आपके गाँववासी बिकास के लिए किसी संस्था या सरकार का मुंह नहीं ताकेगी बल्कि आपके गाँव के लोगो तथा मित्र लोगों के हाथो में आपके गाँव के विकास की बागडोर होगी। वास्तव में तब आप अपने पितरों और जन्म भूमि का कर्ज चूका रहे होंगे। आपका एक पेड़ जो गाँव में लगेगा उसके जड़ों से जो दो बूँद पानी बनेगा वह गाड – गधेरों से होता हुवा अंततः गंगा को पोषित करेगा, हिमालय को नव जीवन मिलेगा, हिमालय बचेगा। जब आप रोज गुल्लक में एक एक रुपया जमा करोगे तो दो तीन महीने में आप स्वयम महशूस करोगे कि आपका गाँव आपके पास है। आपको एक अथाह शांति की अनुभूति होगी। आपको लगेगा आपका जीवन धन्य हो गया है।

मित्रो मेरी आपसे विनम्र निवेदन है कि मैती ग्राम गंगा अभियान से जुडें। इस अभियान से जुड़ने का विनम्र निवेदन करने का मेरा आशय कोई पैसा कमाना नहीं है। सच्चाई यह है कि मैं अपने जेब खर्च से मैती, ग्राम गंगा अभियान का सञ्चालन कर रहा हूँ। मैंने अपने इस देव भूमि को सँवारने और बचाने का संकल्प लिया है। यदि आपका सहयोग मिला तो हम पहाड़ को बचाने व सँवारने का संकल्प पूरा कर सकेंगे। बहुत बहुत धन्यबाद श्री प्रताप शाह जी आपकी प्रेरणा मुझे इतना सब लिखने की हिम्मत दे गई।


लेखक शिक्षक व मैती आन्दोलन के जनक हैं