पहली उत्तराखंडी फिल्म – जगवाल
गोपाल सिंह थापा
आज ही के दिन 4 मई 1983 को छेत्रीय फिल्मों की श्रंखला में उत्तराखण्डी फिल्म जगवाल (Jagwal) का नाम जुड गया था l लगभग दस लाख की लागत से बनी इस फिल्म को बनने में 22 दिन लगे थे l ये गढ़वाली बोली में बनी पहली फिल्म थी l जिसे बडे परदे पर लाने का श्रेय पाराशर गौर को जाता है l उनके इस प्रयास को नकारा नही जा सकता है l इसके बाद ढेर सारी फिल्मों का निर्माण हुआ l लेकिन उत्तराखण्डी सिनेमा ने अभी तक वह मुकाम हासिल नही किया जिसकी उसे ज़रूरत थी l लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि हम आज भी अपनी छेत्रीय फिल्मों को भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज नही करा पाये शायद इसका कारण हमारी बोली को राष्ट्रिय भाषा का दर्जा ना मिलना है l लेकिन जो भी हो उत्तराखण्डी फिल्म जगत के स्थापना दिवस पर सिनेमा से जुडे सभी साथियों को ढेर सारी बधाई और शुभकामना.
लेखक उत्तराखंड के फिल्म इतिहासकार व पत्रकार है साभार सहित