टॉम आल्टर – पहाड़ी अंग्रेज
जगमोहन रौतेला
चर्चित अभिनेता, लेखक और पद्मश्री टॉम ऑल्टर का 67 साल की उम्र में कल 29 सितम्बर 2017 को देर रात मुम्बई में निधन हो गया है।
वह स्टेज फोर स्किन कैंसर से काफी दिन से जूझ रहे थे। बेटे जेमी के अनुसार, कैंसर के कारण गत वर्ष उनके एक हाथ का अंगूठा काटना पड़ा था. वे परिवारजनों को कहते थे कि कैंसर से लड़कर बाहर आऊँगा. ऑल्टर ने पहली बार 1976 में फिल्मों में काम करना शुरु किया. उनकी पहली फिल्म ” चरस ” थी और 300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया था। उनकी प्रसिद्ध फिल्मों में गांधी, शतरंज के खिलाड़ी, क्रांति, राम तेरी गंगा मैली, आशिकी, सरदार और परिंदा हैं। उन्होंने जिन टीवी धारावाहिकों में अभिनय किया उनमें भारत एक खोज, जबान संभाल के, बेताल पचीसी, शक्तिमान और कैप्टन व्योम जैसे अनेक टीवी धारावाहिक शामिल हैं। महेश भट्ट के सीरियल स्वाभिमान में उनके केशव कलसी के किरदार को काफी सराहा गया था। टॉम लगातार नाटकों में भी काम करते रहे। वे 80 और 90 के दशक में वह खेल पत्रकार भी रहे। वे 1988 में टीवी के लिए सचिन तेंडुलकर का इंटरव्यू लेने वाले पहले पत्रकार थे. उन्होंने तीन किताबें भी लिखी थी. उनके परिवार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘दुख के साथ हम अभिनेता, लेखक, निदेशक, पद्मश्री टॉम ऑल्टर के निधन की घोषणा करते हैं। टॉम शुक्रवार रात में अपने परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में दुनिया से विदा हो गए। हमारा आग्रह है कि इस समय हमारी प्रिवेसी का सम्मान किया जाए।’ वे कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे. जहॉ से वह 28 सितम्बर को अपने घर लौटे थे. शुक्रवार 29 सितम्बर की शाम को उनकी तबीयत फिर से ज्यादा खराब हुई और देर रात वे चल बसे.
22 जून 1950 को मसूरी में जन्मे ऑल्टर भारत में तीसरी पीढ़ी के अमेरिकी थे। उन्होंने वूडस्टॉक स्कूल में शुरुआती पढ़ाई की. जिसके बाद थोड़े दिनों के लिए येल यूनिवर्सिटी गए और 70 के शुरुआती दशक में भारत लौट आए। 1972 में वह उन तीन लोगों में शामिल थे, जिनको पुणे स्थित देश के प्रतिष्ठित फिल्म ऐंड टेलिविजिन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया में दाखिले के लिए उत्तरी भारत के 800 आवेदकों में से चुना गया था। उन्होंने अभिनय में गोल्ड मेडल डिप्लोमा के साथ कोर्स पूरा किया था। उनके अलावा बेंजामिन गिलानी और फुंसोक लद्दाखी को इस कोर्स के लिए चुना गया था। टॉम को फिल्मों में उनके योगदान को देखते हुए 2008 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था. टॉम ने 1977 में कैरोल इवान्स से शादी की। उनके एक बेटा जैमी और एक बेटी अफशां हैं। खुद को पहाड़ी ( गढ़वाली ) अंग्रेज मानने वाले टॉम गढ़वाली पूरी तरह समझ जाते थे और थोड़ी बहुत काम चलाऊ गढ़वाली बोल भी लेते थे. मुम्बई रहने के बाद भी उन्हें मसूरी से बेहद लगाव था और वे मसूरी अपने घर आते रहते थे. ऐसे टॉम ऑल्टर को भावपूर्ण नमन ! (जारी)