समेस्वर हारदूध मेला
रजनीकांत सेमवाल / रजत सेमवाल
“बीस गती सौण समेस्वर हारदूध मेला झम्मममम्म” फोटो फीचर
माँ गंगा के शीतकालीन पूजा स्थल मुखवा गांव में मनाए जाने वाले पारम्परिक हारदूध मेले की हार्दिक शुभकामनाएं। इस मेले में नाग देवता एवं गंगा घाटी के आराध्य श्री समेस्वर देवता को दूध दही जल आदि चढ़ाया जाता है, भगवान समेस्वर से सभी ग्रामीण सुख समृद्धि की कामना करते है और समेस्वर देवता की डोली मंदिर प्रांगण में बनाई फूलों की चादर के ऊपर नाचते हैं फिर सभी ग्रामीण उन फूलों की आशीर्वाद स्वरूप अपने साथ ले जाते हैं। साथ ही रासो तांदी लगाकर ढोल, दमाऊं, रणसिंग की धुन पर थिरकते हैं।
सौजन्य से – नीरज सेमवाल तथा रजनीकांत सेमवाल मुखबा गावं