November 22, 2024



उत्तराखंड चुनावी रंग में रंगने को तैयार

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महावीर सिंह जगवान 
 
उत्तराखंड चुनावी रंग मे रंगने को है तैयार, भय भले कोरोना का हो.

उत्तराखंड मे राजनीतिक हलचल स्पष्ट बयां कर रही हैं. चुनावी मूड की शुरूआत उत्तराखंड भाजपा ने मुखिया का चेहरा बदलकर कर दी है. उत्तराखंड मे भाजपा आदरणीय मोदी जी की पहिचान छवि और चेहरे के बूते ही 2017 का चुनाव लड़ चुकी है. प्रचंड बहुमत की सरकार फिर 2022 की फतह के लिए अपने सर्वोच्च नेता आदरणीय मोदी जी को आगे रखकर लड़ेगी जिसका फायदा मिला है मिलता रहेगा, बस वो बड़ी कीमत चुका सकते हैं जो जीतकर भी आज आदरणीय मोदी जी के भरोसे हैं उनके प्रचार से नय्या पार हो जायेगी. 2022 भाजपा 34 से 40 सीटों के आसपास पहुँच सकती है।
 
उत्तराखंड कांग्रेस के लिए तो यह अपनी बारी की प्रतीक्षा है. प्रदेश संघठन और राष्ट्रीय नेतृत्व के मध्य कितना तालमेल है यह तिवारी सरकार से ही इतना उलझा है ऊपर से भाजपा ही कांग्रेस के दिग्गजों को उड़ा ले गई, यहा मतभेद मनभेद बड़ी चुनौती है जो हाथ आई बाजी को फिसलने का अवसर प्रदान कर सकते हैं. यहां आपसी कलह संकट बढ़ा सकता है 2022 मे कांग्रेस 17 से 32 सीट के आस पास बढ़त बना सकती है।
 
उत्तराखंड क्रान्तिदल मे इस बार वही जोश देखने को मिल रहा है जो उत्तराखंड राज्य बनने के बाद पहले विधान सभा चुनाव मे था, हाँ तब के चेहरे अब अधिकतर खो चुके हैं लेकिन युवाओं की एक नई पौध विकसित हुई है जिसमें जोश है. इनके साथ बड़ी चुनौती है यह चुनावी इम्तहान को वोट मे तब्दील कर पायेंगे या फिर एक बड़े अवसर को संशाधन संघठन समर्पण के अभाव मे खो देंगे, यहां नेताओं के पलायन की भी संभावनाऔ को टाला नहीं जा सकता. उत्तराखंड क्रांति दल के लिए यह चुनाव बेहद संवेदनशील है जो भविष्य के अस्तित्व को निश्चित करेगा, 2022 मे 2 से 5 सीट के आसपास संभावना है।
 
उत्तराखंड बसपा का महत्व इसलिए भी है यहां सरकार के भाग्य तय करने मे इनकी पुरानी भूमिका आज भी अप्रत्यक्ष रूप से बलवान है, यदि टिकट बंटवारे मे असंतोष और रसूखदार बसपा मे पलायन करेगा तो अवसर बन सकते हैं. 2022 के चुनाव मे 3 से 4 तक सीटों के आसपास उपस्थिति कौतूहल करा सकता है।
 
उत्तराखंड आप यह दल भले उत्तराखंड के लिए नया हो लेकिन राज्य के नजदीक दिल्ली का होना और दिल्ली मे उत्तराखंड के अधिक लोंगो का रहना इसे अधिक परिचित करवाता है. पिछले लंबे समय से आप का विरोध और समर्थन स्पष्ट करता है आप बिना चुनाव लड़े उक्रांद और बसपा को पार कर गई है. श्री केजरीवाल ने श्री कर्नल कोठियाल के चेहरे को आगे कर एक बड़ी चुनावी लकीर खींच दी है. भारतीय फौज और विभिन्न क्षेत्रों मे श्री कोठियाल का अनुभव यदि वाकई राजनीतिक समीकरणो को सुलझाने मे कामयाब हुवा तो आप की जोरदार उपस्थिति से मना नहीं किया जा सकता. श्री कोठियाल का सबसे प्लस और माइनस प्वाइंट है आप से इतर उनका अपना संघठन यदि आप को आगे कर कर्नल कोठियाल अपनी पूरी टीम समर्पित करते हैं तो यह राजनीतिक रूप से बढत दिला सकता है और यदि अपना संघठन अधिक हावी हुवा तो यहां राजनीतिक अनुभव की कमी संकट की ओर धकेल सकता है, यदि कर्नल कोठियाल मुख्यमंत्री के चेहरे हैं तो सभी को उदारता से एकजुट होकर उस सपने को बुनने की कोशिश करनी होगी जो भी उनकी टीम या समर्थक हैं. 2022 के परिणाम आप के पक्ष मे 2  से 16 के आसपास आ सकती हैं। 2022 के चुनाव परिणाम निर्दलीय उम्मीदवारों की किस्मत भी बदलने सकते हैं 1 से 3 के आसपास संभावना। आप सभी राजनीतिक दलों को ढेर सारी शुभकामनाएं. अभी लंबा वक्त है खूब जनसेवा करें, खूब मेहनत करें, जनकल्याण के लिए समर्पित रहें, आप सबकी राजनीतिक यात्रा उत्तराखंड के लिए सुखद हो, पुन: शुभकामनाएं।
 
स्वतंत्र लेखक व सामाजिक कार्यकर्ता