जलमग्न हो जाएगा क्वानू क्षेत्र का विशाल भूखंड
भारत चौहान
किशोऊ बांध बनने से जलमग्न हो जाएगा क्वानू क्षेत्र का विशाल भूखंड !
आप इस वीडियो में जो देख रहे हैं यह जौनसार बावर का क्वानू गांव है क्वानू केवल एक गांव नहीं है बल्कि 3 गांव का एक समूह है जिसे क्वाणु कहा जाता हैl
यहां की भूमि देश के किसी भी हिस्से से कम उपजाऊ नहीं है यहां की फसल की राष्ट्र स्तर पर अनेक बार प्रशंसा हो चुकी है परंतु जिस भूमि पर हम यह हरे हरे और समतल खेत देख रहे हैं यह कुछ ही समय तक है आने वाले कुछ समय बाद यह सब डूब क्षेत्र में समाहित हो जाएगा क्योंकि यहां पर बहुउद्देशीय किशोऊ बांध परियोजना का कार्य प्रारंभ होने वाला है और जौनसार बावर के तथा हिमाचल प्रदेश के 17 गांव इस डूब क्षेत्र का शिकार होंगे।
जिसमें 5500 लोग प्रभावित होंगे, इस स्थान पर 660 मेगा वाट क्षमता का बांध बनने वाला है, जिसकी झील क्वाणू से अटल तक लगभग 32 किलोमीटर लंबी होगी इस बांध की ऊंचाई 868 मीटर प्रस्तावित हैl संपूर्ण क्षेत्र में 3000 हेक्टेयर भूमि बांध से या तो डूब जाएगी या पूर्ण रूप से प्रभावित होगी, 7200 करोड़ की लागत से इस बांध का निर्माण किया जा रहा है जिसमें 1324 मिलियन क्यूबिक मीटर क्षमता का जलाशय होगा! 1379 मिलियन यूनिट बिजली का सालाना उत्पाद होगा और यहां से हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान आदि प्रदेशों के लिए विद्युत की सप्लाई तो होगी ही साथ ही सिंचाई और पेयजल के लिए भी यहां का जल वहां तक पहुंचेगाl
संपूर्ण जौनसार बावर में अगर समतल भूमि सबसे अधिक है तो वह केवल कवानू गांव के आसपास ही हैl बांध निर्माण से यह संपूर्ण भूमि डूब क्षेत्र में आएगी तो जौनसार बावर के इतिहास में इतना विशाल समतल भूखंड दूसरा और कहीं नहीं होगाl और आने वाली पीढ़ियां कावानू गांव का यह विशाल भूखंड नहीं देख पाएगा जो जलमग्न हो जाएगाl
लेखक वरिष्ठ पत्रकार है.