तपोवनम हिरण्यगर्भ आर्ट गैलरी – गंगोत्री
मुकेश नौटियाल
यह गंगोत्री स्थित “तपोवनम हिरण्यगर्भ आर्ट गैलरी” है। केरल के नेल्लोर डिस्ट्रिक्ट से चलकर स्वामी सुंदरानंद गंगा के उद्गम स्थल तक आए और फिर यहीं के होकर रह गए। महान साधक होने के अलावा वह साहसी पर्वतारोही, प्रकृति विज्ञानी और बेजोड़ फोटोग्राफर भी थे। ’62 के भारत – चीन युद्ध में उन्होंने भारतीय सेना को दुर्गम दर्रे पार करवाए थे।
इस आर्ट गैलरी की स्थापना उन्होंने ही की थी। यहां उनके खींचे दुर्लभ चित्र हैं। आठ दशकों में हिमालय कितना बदल गया – यह इस गैलरी में सजाए गए स्वामी जी के पुराने चित्रों को देखकर समझा जा सकता है। और स्वामी जी के सहचर रहे इन दो हिमालयी चेहरों की प्रसन्नता तो देखिए ! क्या आज आपको अपने आसपास कहीं इतने रंगतदार चेहरे नज़र आते हैं?
लेखक प्रसिद्ध साहित्यकार हैं.