उत्तराखंड बनेगा हिंदुस्तान का सर्वश्रेष्ठ राज्य : धामी
सोमवारी लाल सकलानी ‘निशांत’
उत्तराखंड राज्य निर्माण के 22 वर्ष बाद बना प्रदेश का पहला रज्जू मार्ग। सुरकंडा मंदिर में हुआ विधिवत उद्घाटन। सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया उद्घाटन। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी रहे उपस्थित। टिहरी जनपद के सिद्ध पीठ सुरकंडा मंदिर तक कद्दूखाल स्थान से रोपवे का आज विधिवत प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उद्घाटन किया। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के अलावा धनोल्टी और टिहरी के माननीय विधायक प्रीतम पंवार और किशोर उपाध्याय इस अवसर पर उपस्थित रहे। अपने संबोधन में माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य बनने के बाद रज्जू मार्ग की यह प्रथम सौगात उत्तराखंड को है। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि यह दशक उत्तराखंड का दशक होने जा रहा है।
सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं जैसे ऑलवेदर रोड के बाद ‘भारतमाला’ योजना जारी है। उसी की तर्ज पर पर्वतीय क्षेत्रों के लिए ‘पर्वतमाला’ जारी की जाएगी। जिसके लिए प्रधानमंत्री ने एक लाख करोड़ के बजट की व्यवस्था की है। 2025 में जब उत्तराखंड राज्य की रजत जयंती मनाई जाएगी तब तक यह प्रदेश हिंदुस्तान का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनेगा। धामी ने कहा कि टिहरी झील विकास के लिए 12 करोड की योजना पर्यटन विकास के लिए स्वीकृत है और उसमें 8 करोड रुपए और अवमुक्त किए जाएंगे। इसके साथ ही सरकार के द्वारा जो घोषणा की जाएगी उनके यथाशीघ्र शासनादेश भी जारी किए जाएंगे। सिद्ध पीठ मां सुरकंडा देवी के धार्मिक महत्व पर चर्चा अपने संबोधन में कहा कि जब मां सुरकंडा की आज्ञा होती है तभी यहां पर कोई पहुंच पाता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री को साहित्यकार सोमवारी लाल सकलानी ‘निशांत’ ने अपने काव्य- कृति सुरकुट निवासिनी (जय मां सुरकंडा) की प्रतियां भी भेंट की। मंदिर समिति की ओर से पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का भरपूर सहयोग किया गया जिसके लिए समिति के सदस्य दो दिन पहले से ही व्यवस्था में जुटे रहे। समिति की ओर से मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि को प्रतीक चिन्ह भी भेंट किए गए। इस मौके पर पर्यटन सचिव दलीप जावड़ेकर, जिलाधिकारी टिहरी ईवा श्रीवास्तव, सीडियो नवामि बंसल, एसडीएम लक्ष्मीराज चौहान, भाजपा अध्यक्ष विनोद रतूड़ी, वरिष्ठ भाजपा नेता खेम सिंह चौहान, राज्य मंत्री संजय नेगी, मेला समिति के अध्यक्ष जितेंद्र नेगी प्रख्यात पर्यावरणविद विजय जड़धारी, मंदिर समिति के मैनेजर विनोद जड़धारी, पुजारी जी रमेश लेखवार ‘अत्रि’, वरिष्ठ पत्रकार शशि भूषण भट्ट एवं रघुभाई जड़धारी, जनप्रतिनिधि ताजनारायण उनियाल, राकेश उनियाल, जीतराम भट्ट, राजेंद्र जुयाल, राजेंद्र डोभाल, अरविंद सकलानी पूरण दंदेला, भाग सिंह भरगाईं आदि उपस्थित थे।