- विचार
- Hits: 122
उत्तराखंड चुनावी रंग में रंगने को तैयार
वीरेन्द्र कुमार पैन्यूली
भले ही कोई सत्ताशीन लोगों को प्रमाणों के साथ दोषी न ठहरा सके परन्तु जो दोषी हैं उनकी अंतरात्मा जरूर जानती होगी कि
वीरेन्द्र कुमार पैन्यूली
राज्य बनने के समय से ही शुरू हुई उत्तराखंड में आम जनप्रतिनिधियो व कई बार मंत्रीगणो की भी अधिकारियों व्दारा अपने को उपेक्षित किये जाने उनकी न सुने जाने व प्रोटोकोल अवहेलना की शिकायतें आज तक भी बनी हुई है।
डॉ सुनील नौटियाल
पर्यावरण आज के वैज्ञानिक युग में एक सामान्य सा कहा जाने वाला शब्द है जिसे हर कोई वक्त-बेवक्त अपने-अपने ढगं से परिभाषित कर रहा है,
- विचार
- Hits: 598
कोरोना काल: संकट में गुज्जर जनजाति
भरत पटवाल
भारत प्राचीन काल से ही बहुधर्मी, बहुजातियों, उपजातियों, बहुभाषियों, सामाजिक समूहों,जनजातियों की समृद परम्परा वाला देश रहा है।
- विचार
- Hits: 1081
मीडिया तथा कोरोना
के. विक्रम राव
मीडिया और कोरोना पर एक वैश्विक वेबिनार (विचार-यज्ञ) अयोध्या-स्थित लोहिया विश्वविद्यालय ने आयोजित (7 मई) किया था|
- विचार
- Hits: 1127
लौकडाउन में फंसे पशु व पशुचारक
जयप्रकाश पंवार 'जेपी'
किसी दौर में घुमंतू पशुचारक गुज्जर अफगानिस्तान व गुजरांवाला पाकिस्तान से होते हुए पहले कश्मीर व बाद में हिमांचल से होते हुए उत्तराखंड पहुंचे थे.
- विचार
- Hits: 1264
जहरीली शराब त्रासदी के परिपेक्ष
वीरेन्द्र कुमार पैन्यूली
उत्तराखंड आन्दोलन के सपनों को भी आघात पहुंचा है - जहरीली शराब त्रासदी के परिपेक्ष में उत्तराखण्डियों की वेदना को भी जगह दें।
- विचार
- Hits: 2163
उत्तराखंड में मलिन बस्ती नीति
वीरेन्द्र कुमार पैन्यूली
उत्तराखंड में मलिन बस्ती अतिक्रमणों के लिए कोई नीति भी है कि या केवल राजनीति ही है। सपनों के उत्तराखंड को पाने के लिए मलिन बस्तियों के संदर्भ में क्या होना चाहिए इस पर सरकार को चेताने की जरूरत महसूस हो रही है।